बिश्नोई समाज: पर्यावरण और जीवों की रक्षा के प्रति समर्पित समुदाय
बिश्नोई समाज एक धार्मिक और पर्यावरणीय रूप से संवेदनशील समुदाय है, जिसकी स्थापना 15वीं शताब्दी में गुरु जांभोजी (गुरु जम्भेश्वर) ने की थी। राजस्थान, हरियाणा, और पंजाब में फैले इस समुदाय का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण और वन्यजीवों की रक्षा करना है।
मुख्य सिद्धांत
- प्रकृति और वन्यजीवों का संरक्षण– काले हिरण को पवित्र मानना और उसकी रक्षा करना।
- 29 धार्मिक नियमों का पालन, जिसमें अहिंसा, पशु-रक्षा, और वृक्षों की सुरक्षा प्रमुख हैं।
- माफी और प्रायश्चित– अपराध करने वाले को पूरे समुदाय के सामने सच्चे हृदय से माफी मांगनी होती है।
- मुक्ति धाम मुकाम– बीकानेर स्थित इस धार्मिक स्थल पर ही कोई अपराधी बिश्नोई समाज से माफी मांग सकता है।
बिश्नोई समाज के सदस्य अपने धर्म और मान्यताओं के लिए जीवन बलिदान देने के लिए भी तत्पर रहते हैं।
बिश्नोई समाज के 29 नियम (गुरु जांभोजी द्वारा स्थापित)
- तीस दिन तक सूतक रखना।
- पाँच दिन तक रजस्वला स्त्री को गृह कार्यों से अलग रखना।
- प्रातः काल स्नान करना।शील, संतोष, और शुद्धि बनाए रखना।
- द्विकाल संध्या करना (दिन में दो बार प्रार्थना)।
- सायं को आरती करना।
- प्रातः काल हवन करना।पानी, दूध, और ईंधन को छानकर इस्तेमाल करना।
- वाणी शुद्ध और मधुर रखना।
- क्षमा और सहनशीलता बनाए रखना।
- दया और नम्रता से रहना।
- चोरी नहीं करना
- ।निंदा नहीं करना।
- झूठ नहीं बोलना।
- वाद-विवाद से बचना।
- अमावस्या का व्रत रखना।
- विष्णु का भजन करना।
- जीवों पर दया करना।
- हरे वृक्ष नहीं काटना।
- काम, क्रोध, लोभ, मोह और अहंकार पर काबू रखना।
- अपने हाथ से रसोई बनाना।
- थाट अमर रखना (सादा जीवन जीना)।
- बैल को बधिया नहीं करना।
- अफीम नहीं खाना।
- तंबाकू और इसके उत्पादों का सेवन नहीं करना।
- भांग नहीं लेना।
- शराब का सेवन नहीं करना।
- मांस का सेवन नहीं करना।
- नीले वस्त्र नहीं पहनना।
1998 का काला हिरण शिकार मामला और बिश्नोईसमाज की प्रतिक्रिया
1998 में सलमान खान पर राजस्थान के कांकाणी गाँव में दो काले हिरणों का शिकार करने का आरोप लगा था। यह घटना समाज की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली मानी गई, क्योंकि काले हिरण को समुदाय द्वारा पवित्र माना जाता है। इस घटना के बाद से सलमान खान को समुदाय के कोप का सामना करना पड़ रहा है।
- ट्रायल कोर्ट का फैसला (2018): सलमान खान को दोषी ठहराया गया और उन्हें 5 साल की सजा सुनाई गई।
- उच्च न्यायालय में अपील– फिलहाल यह मामला राजस्थान उच्च न्यायालय में लंबित है।
- बिश्नोईसमाज का मानना है कि सलमान खान ने अपराध किया है और माफी के बिना वह “सजा के हकदार” हैं।
लॉरेंस बिश्नोई और सलमान खान विवाद
पंजाब के बठिंडा जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस ने पिछले साल एक टीवी इंटरव्यू में कहा था,“सलमान खान को हमारे मंदिर में आकर समुदाय से माफी मांगनी चाहिए, अन्यथा उन्हें इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा।”लॉरेंस का कहना है कि सलमान खान का काले हिरण का शिकार उनके समुदाय के लिए एक अपमानजनक कृत्य है, जिसका प्रायश्चित होना आवश्यक है।
लॉरेंस और सलमान खान के बीच संबंध
- गैंग से धमकी– बिश्नोई गैंग ने सलमान खान को धमकी दी है कि यदि उन्होंने माफी नहीं मांगी, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
- बाबा सिद्दीकी की हत्या– हत्या के पीछे बिश्नोई गैंग का मकसद सलमान खान से जुड़े विवादों को लेकर संदेश देना बताया गया।
- माफी की शर्तें– लॉरेंस बिश्नोई ने स्पष्ट किया है कि केवल माफी मांगना पर्याप्त नहीं है; यह माफी मुक्ति धाम मुकाम में होनी चाहिए।
- राजनीतिक दबाव– हाल ही में, एक भाजपा नेता ने भी सलमान खान को सुझाव दिया कि वे बिश्नोई समाज से सार्वजनिक माफी मांगें।
समाज के माफी नियम और सलमान खान का भविष्य
- सार्वजनिक माफी अनिवार्य– माफी के लिए अपराधी को समुदाय के सामने आकर अपनी गलती स्वीकार करनी होती है।
- मुक्ति धाम में प्रायश्चित: माफी प्रक्रिया का हिस्सा मुक्ति धाम मुकाम में जाकर प्रायश्चित करना भी है।
- समुदाय का निर्णय अंतिम– माफी मांगने के बाद भी, इसे स्वीकार या अस्वीकार करने का अधिकार केवल बिश्नोई समाज के वरिष्ठ सदस्यों का है।
- माफी के बिना खतरा– जब तक माफी नहीं मांगी जाती, बिश्नोई गैंग और समुदाय का गुस्सा सलमान खान पर बना रहेगा।
सलमान खान और बिश्नोई समुदाय के बीच का यह विवाद न केवल कानूनी है, बल्कि इसमें धार्मिक और सांस्कृतिक भावनाएं भी गहराई से जुड़ी हुई हैं। समाज की मान्यताओं के अनुसार, सलमान खान को सच्चे हृदय से प्रायश्चित कर समुदाय से माफी मांगनी चाहिए। लॉरेंस और बिश्नोई गैंग द्वारा दी गई धमकियां इस मामले को और भी जटिल बना रही हैं। सलमान खान का अगला कदम यह तय करेगा कि क्या वह इस विवाद को शांतिपूर्ण तरीके से हल कर पाते हैं, या फिर यह विवाद और गहराएगा।